कौन के क्या हो तुम....?
मेरे लिए मेरी दुनिया हो तुम,
छू के जो गुज़रे वो हवा हो तुम,
मैमे जो माँगी वो दुआ हो तुम,
किया मैंने महसूस वो एहसास हो तुम,
मेरी नज़र की तलास हो तुम,
मेरी ज़िन्दगी के करार हो तुम,
मैंने जो चाहा वो प्यार हो तुम,
मेरे इंतजार की रहत हो तुम,
मेरे दिल की चाहत हो तुम,
तुम हो तो दुनिया है मेरी,
कैसे कहूँ के सिर्फ प्यार ही नहीं,
मेरी जान हो तुम,!!
मेरी उम्मीद ने मेरा नसीब बदल दिया !
जिसको सोचा था ख्वाब में, आज वो हकीकत में बदल गया !!
अब कुछ भी न रहा बाकी, जिसकी ज़रूरत थी मिल गया वही !
बेकरार आँखों ने ढूँढ लिया उसको !!
ठहरी हुई साँसों ने महसूस किया उसको !
जो अब तक था परछाइयों में !!
वो बस गया दिल की गहराईयों में !
उसकी आँखों ने सब कुछ बया कर दिया !!
उसके दामन में से आज सारा जहाँ मिल गया !!